लेखक लोकनि कें बाल साहित्य मे विशिष्ट अवदानक लेल पुरस्कृत=सम्मानित कएल गेलनि। मैथिली मे प्रथम बाल साहित्य पुरस्कार तारानन्द वियोगी कें हुनक बाल-पुस्तक 'ई भेटल तं की भेटल'के लेल देल गेलनि। एहि यादगार अवसरक किछु फोटोग्राफ एतए देखू।
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अपना गामक लोक तकैत अछि चिडै... हमहूं अनभुआर टौन मे तकैत छी माटि-पानि...
पिछली सदी में मैथिली के ज़रूरी रचनाकार हुए कांचीनाथ झा किरण। पिछले दिनों पटना में उनका जन्मशताब्दी समारोह मनाया गया। अंतिका का नया अंक किरण जी पर ही केंद्रित है। इसके अतिथि संपादक हैं तारानंद वियोगी। इस अंक में किरण जी पर मैथिली के महत्वपूर्ण लेखकों ने लिखा है। अंक के लिए अनलकांत (हिंदी वाले गौरीनाथ) से 0120-6475212 पर संपर्क करें या उन्हें antika1999@yahoo.co.in पर ईमेल करें।
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